उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक से जोड़ने के लिए बड़ी पहल शुरू की है। इसके तहत ट्रैक्टर, रोटावेटर, हैरो, स्प्रेयर, थ्रेशर, बेलर, पावर वीडर, मल्टी क्रॉप थ्रेशर और सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम जैसे उपकरण अब किसानों को सब्सिडी दरों पर उपलब्ध होंगे। खास बात यह है कि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और किसानों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इच्छुक किसान सीधे agridarshan.up.gov.in पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
योजना का लाभ किन किसानों को मिलेगा
उपकृषि निदेशक राम किशन सिंह ने बताया कि योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जो पोर्टल पर पंजीकृत हैं। किसानों को पहले वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और अपनी जरूरत के अनुसार उपकरण बुक करना होगा। यह योजना “पहले आओ, पहले पाओ” के सिद्धांत पर आधारित है। साथ ही, पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ई-लॉटरी प्रणाली भी लागू की गई है।
टोकन मनी जमा करना होगा जरूरी
उपकरण बुकिंग के समय किसानों को टोकन मनी जमा करना अनिवार्य होगा। यदि मशीन की कीमत एक लाख रुपये तक है तो ₹2,500 और एक लाख रुपये से अधिक कीमत होने पर ₹5,000 जमा करने होंगे। यह भुगतान केवल ऑनलाइन ही स्वीकार किया जाएगा और इसके बाद ही आवेदन मान्य माना जाएगा।
सब्सिडी का फायदा सीधे कीमत में शामिल
कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि सब्सिडी की राशि सीधे किसान के खाते में नहीं जाएगी। इसके बजाय उपकरण की कुल कीमत से सब्सिडी घटा दी जाएगी। इससे किसानों को खरीद के समय ही सीधे छूट का लाभ मिलेगा और उन्हें पूरी कीमत चुकानी नहीं पड़ेगी।
युवाओं को भी मिलेगा रोजगार का अवसर
यह योजना केवल किसानों तक सीमित नहीं है। बेरोजगार युवा भी इसका लाभ उठा सकते हैं। अगर कोई युवा कस्टम हायरिंग सेंटर खोलना चाहता है तो वह कृषि विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर सकता है। इस तरह यह योजना न सिर्फ किसानों को आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराएगी बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोलेगी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह योजना किसानों की लागत घटाने और उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद करेगी। साथ ही, कृषि उपकरणों की आसान उपलब्धता से प्रदेश के ग्रामीण युवाओं के लिए भी स्वरोजगार का रास्ता खुलेगा।