देश में पशुपालन को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न योजनाओं के तहत लोन उपलब्ध करा रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है Goat Farming Loan Yojana, जिसके तहत बकरी पालन शुरू करने के इच्छुक नागरिकों को बैंकों से लोन और सरकार से सब्सिडी की सुविधा दी जाती है।
बकरी पालन लोन योजना क्यों जरूरी है?
कई ऐसे लोग हैं जो बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, लेकिन पैसों की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते। ऐसे नागरिकों की मदद के लिए यह योजना शुरू की गई है। इसके तहत बैंकों से आसानी से लोन मिल सकता है और सरकार की ओर से 50% से 90% तक सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।
Goat Farming Loan Yojana की मुख्य विशेषताएं
बकरी पालन लोन योजना के तहत किसानों और उद्यमियों को बकरी फार्म खोलने के लिए दस लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। सरकार इस लोन पर सब्सिडी देकर इसे और सुलभ बनाती है। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बेरोजगारी कम होगी और पशुपालन व्यवसाय को नया आयाम मिलेगा।
किन बैंकों से मिलेगा बकरी पालन लोन?
Goat Farming Loan विभिन्न सरकारी और निजी बैंकों से लिया जा सकता है। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक और नाबार्ड जैसी संस्थाएं शामिल हैं। लाभार्थी अपने नजदीकी बैंक शाखा से जानकारी लेकर आवेदन कर सकते हैं।
Goat Farming Loan Yojana के लिए जरूरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को पहचान और पते का प्रमाण, आधार कार्ड, पैन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, भूमि से जुड़े कागजात, पासपोर्ट साइज फोटो और पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं।
Goat Farming Loan Yojana के लिए पात्रता
बकरी पालन लोन योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिक ही उठा सकते हैं। इसके लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। आवेदक के पास पशुपालन से संबंधित प्रशिक्षण होना जरूरी है और उसे बैंक डिफॉल्टर घोषित नहीं किया गया होना चाहिए। साथ ही, बकरी पालन इकाई स्थापित करने के लिए आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध होनी चाहिए।
Goat Farming Loan Yojana 2025 में आवेदन प्रक्रिया
बकरी पालन लोन के लिए आवेदन करने के इच्छुक व्यक्ति को सबसे पहले अपने नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क करना होगा। वहां से आवेदन फॉर्म लेकर सभी जरूरी जानकारियां भरनी होंगी। इसके बाद दस्तावेजों को संलग्न कर आवेदन जमा करना होता है। बैंक अधिकारी प्रोजेक्ट रिपोर्ट और कागजात की जांच के बाद लोन स्वीकृत करते हैं। लोन की राशि सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है, जबकि सब्सिडी की राशि लोन चुकाने के बाद या बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।