हरियाणा सरकार ने महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक योजना की घोषणा की है, जिसका नाम है लाडो लक्ष्मी योजना 2025। इस योजना के तहत राज्य की लगभग 20 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2100 की सीधी आर्थिक सहायता उनके बैंक खातों में दी जाएगी। योजना का औपचारिक शुभारंभ 25 सितंबर 2025 को होगा और 1 नवंबर 2025 से पहली किस्त का भुगतान शुरू किया जाएगा। यह पहल न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि परिवार की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी।
महिला केंद्रित सबसे बड़ी योजना
हरियाणा सरकार ने पहले भी कई सामाजिक पेंशन और कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं, लेकिन लाडो लक्ष्मी योजना अपने दायरे और प्रभाव के लिहाज़ से अब तक की सबसे बड़ी महिला केंद्रित योजना है। सरकार का अनुमान है कि इस पर सालाना करीब ₹5000 करोड़ का खर्च आएगा। यह राशि सरकार की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति गंभीरता को दर्शाती है। खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की महिलाएं इस योजना से सीधा लाभ पाएंगी।
योजना का उद्देश्य और महत्व
योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। सामाजिक न्याय मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि “जब महिला सशक्त होती है तो पूरा परिवार मजबूत बनता है।” योजना महिलाओं को अपनी बुनियादी ज़रूरतें पूरी करने और अपने निर्णय खुद लेने की आज़ादी देगी। ग्रामीण इलाकों की महिलाएं, जिनके पास सीमित आर्थिक संसाधन होते हैं, इस योजना से जीवन में बड़ा बदलाव महसूस करेंगी।
पात्रता और लाभार्थी वर्ग
पहले चरण में योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ₹1 लाख से कम है। इसके लिए आयु सीमा 15 से 60 वर्ष तय की गई है। आने वाले समय में सरकार योजना का विस्तार करके ₹1.80 लाख तक आय वाले परिवारों की महिलाओं को भी इसमें शामिल करेगी।
विशेष श्रेणियों में अलग प्रावधान रखे गए हैं –
अविवाहित महिलाएं 45 वर्ष की आयु पूरी होने पर लाभ ले सकेंगी।
विधवा और परित्यक्त महिलाएं 60 वर्ष की आयु तक योजना का हिस्सा रहेंगी, इसके बाद उन्हें वृद्धावस्था पेंशन में शामिल किया जाएगा।
गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, किडनी रोग से पीड़ित महिलाओं को अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी मिलेगी।
आवेदन प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। आवेदन के लिए परिवार पहचान पत्र (PPP), आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण जमा करना जरूरी है। जिन महिलाओं का नाम PPP में दर्ज नहीं है, वे इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगी। इसलिए पहले परिवार पहचान पत्र में नाम जुड़वाना होगा। राशि सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी और बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी।
योजना का शुभारंभ और वित्तीय प्रबंधन
लाडो लक्ष्मी योजना का उद्घाटन 25 सितंबर 2025 को बड़े समारोह में किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हो सकते हैं। 1 नवंबर 2025 से पहली किस्त का ट्रांसफर शुरू होगा। हरियाणा सरकार का मानना है कि यह निवेश न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि राज्य की संपूर्ण अर्थव्यवस्था के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।
दीर्घकालिक प्रभाव और सामाजिक बदलाव
जब महिलाओं को नियमित मासिक आय मिलेगी तो वे बच्चों की शिक्षा और परिवार के स्वास्थ्य पर अधिक खर्च कर पाएंगी। यह पहल महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने और कौशल विकास में निवेश करने का अवसर भी देगी। लंबे समय में यह योजना महिला साक्षरता दर बढ़ाने, घरेलू निर्णयों में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करने और समाज में उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
अन्य योजनाओं से तुलना
हरियाणा में पहले से विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन और विकलांग पेंशन जैसी योजनाएं चल रही हैं। लेकिन लाडो लक्ष्मी योजना इन सबसे अलग है क्योंकि इसका दायरा बहुत व्यापक है। यह योजना सीधे 20 लाख से अधिक महिलाओं को कवर करती है और उन्हें नियमित मासिक आर्थिक सहायता प्रदान करती है। अन्य राज्यों में भी महिला कल्याण योजनाएं मौजूद हैं, लेकिन हरियाणा की यह योजना अपनी विस्तृत कवरेज और उदार आर्थिक सहायता के कारण खास मानी जा रही है।
आधिकारिक जानकारी का महत्व
यह ध्यान देने योग्य है कि यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। योजना से जुड़ी पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और नियमों में सरकार समय-समय पर बदलाव कर सकती है। इसलिए आवेदन करने से पहले आधिकारिक सरकारी पोर्टल या संबंधित विभाग से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त करें।